Chalisa Arti Paath & Stuti Mantra & Japa Festivals Vart & Katha Dharmik Blog

Shri Ramayan ji Ki Arti Lyrics

आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥x2

गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद।बालमीक विज्ञान विशारद।
शुक सनकादि शेष अरु शारद।बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥
आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥x2


गावत वेद पुरान अष्टदस।छओं शास्त्र सब ग्रन्थन को रस।
मुनि-मन धन सन्तन को सरबस।सार अंश सम्मत सबही की॥
आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥x2


गावत सन्तत शम्भू भवानी।अरु घट सम्भव मुनि विज्ञानी।
व्यास आदि कविबर्ज बखानी।कागभुषुण्डि गरुड़ के ही की॥
आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥x2


कलिमल हरनि विषय रस फीकी।सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की।
दलन रोग भव मूरि अमी की।तात मात सब विधि तुलसी की॥
आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥x2


|| इति संपूर्णंम् ||


श्री रामायण जी की आरती का महत्व

श्री रामायण जी की आरती का सारांश, प्रभाव और आध्यात्मिक लाभ

आरती का सारांश:

श्री रामायण जी की आरती भगवान राम के गुणों और उनकी महिमा का गुणगान करती है। इस आरती में भगवान राम की पूजा, उनकी कीर्ति, और उनके अद्भुत गुणों का वर्णन किया गया है। यहाँ पर आरती के मुख्य बिंदुओं का सारांश प्रस्तुत किया गया है:

भगवान राम की कीर्ति

"कीरति कलित ललित सिया-पी की" - भगवान राम की कीर्ति और उनकी सुंदरता, विशेषकर माता सीता के साथ उनकी छवि की प्रशंसा की जाती है।

मुनि और ऋषियों का वर्णन

"गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद" - ब्राह्मा, नारद मुनि, और बाल्मीकि जैसे महान मुनि और ऋषि भी भगवान राम की स्तुति करते हैं।
"शुक सनकादि शेष अरु शारद" - शुक, सनक, शेष और सरस्वती जैसे विद्वान और देवी भी भगवान राम की महिमा का वर्णन करते हैं।

वेद और पुराणों की प्रशंसा

"गावत वेद पुरान अष्टदस" - वेद, पुराण, और अन्य शास्त्रों में भगवान राम की महिमा का वर्णन किया गया है। वेदों और पुराणों में रामायण की कीर्ति को सभी ग्रंथों की रस के रूप में माना गया है।

संतों और कवियों की वाणी

"गावत सन्तत शम्भू भवानी" - संत शंभू, भवानी, और मुनि व्यास जैसे विद्वान भी भगवान राम की स्तुति करते हैं। कागभुषुण्डि और गरुड़ जैसे महापुरुष भी भगवान राम की कीर्ति का गान करते हैं।

धार्मिक और आध्यात्मिक प्रभाव

"कलिमल हरनि विषय रस फीकी" - भगवान राम के दर्शनों से कलियुग के पाप समाप्त होते हैं और विषय-रस की अपर्णा होती है।
"दलन रोग भव मूरि अमी की" - भगवान राम की आरती से जीवन में रोग, भवसागर, और मूढ़ता का नाश होता है। यह आरती सभी विधियों को तात्त्विक रूप से प्रस्तुत करती है।

श्री रामायण जी की आरती का प्रभाव:

पापों का नाश

श्री रामायण जी की आरती का पाठ पापों को समाप्त करने और जीवन को शुद्ध करने में सहायक होता है। यह कलियुग के पापों को हरने में मदद करती है।

धार्मिक शांति

भगवान राम की आरती से भक्तों को मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होता है। यह आरती धार्मिक वातावरण को शांत और सुखमय बनाती है।

समाज में एकता

इस आरती के माध्यम से समाज में भक्ति और एकता की भावना को प्रबल किया जाता है। यह सामूहिक पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

श्री रामायण जी की आरती का आध्यात्मिक लाभ:

आध्यात्मिक उन्नति

श्री रामायण जी की आरती से भक्तों की आध्यात्मिक उन्नति होती है। भगवान राम की भक्ति और आरती से भक्ति और समर्पण में वृद्धि होती है।

मनोबल और आत्म-संयम

आरती का नियमित पाठ मनोबल को बढ़ाता है और आत्म-संयम में सुधार लाता है। इससे भक्त जीवन में संघर्षों का सामना करने में सक्षम होते हैं।

आशीर्वाद की प्राप्ति

नियमित रूप से इस आरती का पाठ करने से भगवान राम के आशीर्वाद प्राप्त होते हैं, जो जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति का अनुभव कराते हैं।

सारांश में:

श्री रामायण जी की आरती भगवान राम की महिमा, उनके गुण, और उनके आशीर्वाद का गान करती है। यह आरती पापों का नाश करती है, मानसिक शांति और संतोष प्रदान करती है, और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होती है।

यहां से आप अन्य पेज पर जा सकते हैं:


Rahu Dosh

राहु के प्रभाव और उसके उपायों के बारे में जानें


शनि की साढ़े साती का प्रभाव

जानें कैसे राशियां इन कठिन चरणों से गुजर रही हैं।


क्या हनुमान जी आज भी हमारे बीच हैं?

उनकी अमरता का ऐसा रहस्य जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।


काल भैरव मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)

जानें वाराणसी का वह दिव्य स्थल, जहां हर मनोकामना पूर्ण होती है।


काल भैरव मंदिर, उज्जैन (मध्य प्रदेश)

जानें उज्जैन का रहस्यमय कोतवाल और अद्भुत धार्मिक स्थल


Mahakumbh 2025

इस पवित्र संगम में स्नान कर जानिए मोक्ष का मार्ग, संतों का आशीर्वाद और इस आयोजन की आध्यात्मिक गहराई।

नवंबर और दिसंबर 2024 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

शादी की तारीख तय करने से पहले पढ़ें!