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Shendur Lal Chadhayo (Shri Ganesh Arti) Lyrics

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरि हरको
हाथ लिए गुडलडू सांई सुरवरको
महिमा कहे न जाये लागत हूं पदको
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव

अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि
विघ्नविनाशक मंगल मूरत अधिकारी
कोटीसूरजप्रकाश ऐसी छबि तेरी
गंडस्थलमदमस्तक झूले शशिबिहारि
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव

भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतत संपत सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुन गावे
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरि हरको
हाथ लिए गुडलडू सांई सुरवरको
महिमा कहे न जाये लागत हूं पदको
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव || इति संपूर्णंम् ||


"शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको" आरती का महत्व

"शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको" आरती का सारांश:

गणेश आरती एक भक्ति गीत है जो भगवान गणेश की पूजा और स्तुति में गाया जाता है। यहाँ पर दी गई आरती में भगवान गणेश की विभिन्न विशेषताओं और गुणों का वर्णन किया गया है:

गणेश का स्वरूप

"शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको" - भगवान गणेश को लाल सिंदूर अर्पित किया गया है। यहाँ 'गजमुखको' से तात्पर्य भगवान गणेश के हाथी के मुख से है।
"दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरि हरको" - भगवान गणेश के सिर पर लाल रंग की छटा है और वे माँ पार्वती (गौरी) के पुत्र हैं।

गणेश की महिमा
"महिमा कहे न जाये लागत हूं पदको" - भगवान गणेश की महिमा इतनी महान है कि उसका वर्णन पूरा नहीं हो सकता।
"अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि" - गणेश भगवान आठों सिद्धियों और संकटों से मुक्ति के अधिकारी हैं और विघ्नों को समाप्त करते हैं।

भगवान गणेश की कृपा

"भावभगत से कोई शरणागत आवे" - जो भी भक्त भगवान गणेश की शरण में आता है, उसकी सभी समस्याओं का समाधान होता है और उसे समृद्धि प्राप्त होती है।
"संतत संपत सबही भरपूर पावे" - भक्तों को स्थायी संपत्ति और समृद्धि मिलती है।

आरती का आदान-प्रदान
आरती में भगवान गणेश की प्रशंसा की जाती है, उनके गुणों की स्तुति की जाती है और उनके दर्शन को धन्य माना जाता है।

आरती का प्रभाव:
विघ्नों की समाप्ति
गणेश आरती से जीवन की सभी विघ्न और बाधाएँ दूर होती हैं। भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं और उनकी आरती से सभी समस्याओं का समाधान होता है।

धन्य और सुखी जीवन
आरती का पाठ भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाता है। भगवान गणेश की कृपा से जीवन में स्थिरता और संतोष प्राप्त होता है।

समाज में शांति
गणेश आरती सामूहिक पूजा का हिस्सा होती है, जो समाज में सामूहिक भक्ति और शांति को बढ़ावा देती है।

आध्यात्मिक लाभ:
आध्यात्मिक उन्नति
गणेश आरती से भक्तों की आध्यात्मिक उन्नति होती है। भगवान गणेश की पूजा और आरती से भक्तों की भक्ति और समर्पण में वृद्धि होती है।

मन की शांति
गणेश आरती का पाठ मन को शांति प्रदान करता है और मानसिक तनाव को कम करता है। इससे आंतरिक संतोष और शांति प्राप्त होती है।

आशीर्वाद की प्राप्ति
नियमित रूप से गणेश आरती करने से भगवान गणेश के आशीर्वाद को प्राप्त किया जाता है, जिससे जीवन में हर प्रकार की बाधाएँ समाप्त होती हैं और सुख-सुविधाएँ प्राप्त होती हैं।

सारांश में: गणेश आरती भगवान गणेश की महिमा का वर्णन करती है, उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना करती है, और जीवन को विघ्नों से मुक्त करती है। यह आरती भक्तों को मानसिक शांति, सुख, और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करती है।

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